उत्तर प्रदेश बना देश का विकास इंजन, योगी सरकार ने उद्योगों के लिए तैयार की 30,000 एकड़ जमीन
लखनऊ: उत्तर प्रदेश अब देश के विकास का प्रमुख इंजन बन चुका है, और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार के नेतृत्व में राज्य में भारी औद्योगिक विकास हो रहा है। मुख्यमंत्री ने सोमवार को लखनऊ के होटल ताज में आयोजित फिक्की की दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी के उद्घाटन समारोह में इस बात का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने उद्योगों के लिए 30,000 एकड़ से अधिक जमीन सुरक्षित कर दी है, ताकि निवेशकों को उद्योग लगाने के लिए पर्याप्त जगह मिल सके।
योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में कहा कि "उत्तर प्रदेश आज देश की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में से एक बन चुका है। पहले इसे बीमारू राज्य कहा जाता था, लेकिन अब राज्य में न केवल निवेश का माहौल बना है, बल्कि यहां का विकास भी तेज़ी से हो रहा है। हमारे प्रशासनिक सुधार, कानून व्यवस्था और इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास के कारण राज्य में आज विकास की एक नई लहर है।"
उन्होंने आगे कहा कि 2017 से पहले उत्तर प्रदेश को औद्योगिक दृष्टि से उपेक्षित राज्य माना जाता था, लेकिन अब राज्य सरकार ने प्रदेश की नीतियों में सुधार करते हुए इसे एक आर्थिक महाशक्ति बनाने के लिए कड़ी मेहनत की है। उन्होंने यह भी बताया कि उत्तर प्रदेश अब देश की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है और राज्य सरकार ने निवेशकों के लिए पर्याप्त सुविधाएं उपलब्ध कराई हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने फिक्की कार्यकारिणी में यह भी कहा कि अब राज्य सरकार का मुख्य उद्देश्य राज्य में उद्योगों को आकर्षित करना और यूपी को एक औद्योगिक हब के रूप में विकसित करना है। इसके लिए राज्य सरकार ने 30,000 एकड़ भूमि का एक बड़ा लैंड बैंक तैयार किया है, जो औद्योगिक परियोजनाओं के लिए सुरक्षित किया गया है।
राज्य सरकार के इस कदम का उद्देश्य राज्य में बड़े पैमाने पर रोजगार सृजन करना और निवेश आकर्षित करना है, जो प्रदेश की अर्थव्यवस्था को और अधिक मजबूत करेगा। मुख्यमंत्री ने इस बात का भी जिक्र किया कि सरकार ने उद्योगों के लिए कई योजनाएं बनाई हैं, जिनमें निवेशकों को जमीन, बिजली, और अन्य आवश्यक सुविधाएं देने के लिए एक सुसंगत नीति बनाई गई है।
इसके साथ ही, मुख्यमंत्री ने उत्तर प्रदेश में सुरक्षा, सड़क और अन्य इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार की बात की, जो निवेशकों के लिए एक आकर्षक माहौल तैयार कर रहे हैं।
निवेशकों के लिए खुशखबरी:
योगी आदित्यनाथ ने यह भी कहा कि यूपी सरकार द्वारा तैयार की गई योजनाओं और नीतियों से उद्योगों को व्यापक लाभ होगा। उन्होंने निवेशकों से आह्वान किया कि वे उत्तर प्रदेश में आकर अपने उद्योग लगाएं और यहां के बदलते हुए माहौल का लाभ उठाएं। राज्य सरकार ने इस साल कई बड़ी कंपनियों के लिए निवेश प्रस्तावों को मंजूरी दी है और इसके परिणामस्वरूप राज्य में औद्योगिक विकास को गति मिली है।
कानून-व्यवस्था पर जोर:
सीएम योगी ने यह भी कहा कि पहले उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था की स्थिति दयनीय थी, लेकिन उनकी सरकार ने इस दिशा में कई सुधार किए हैं। प्रदेश में अब अपराध दर में कमी आई है और निवेशक अब प्रदेश में अपने उद्योग लगाने में सहज महसूस कर रहे हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने किसानों और युवाओं के लिए भी कई योजनाएं बनाई हैं, जिससे न केवल औद्योगिक विकास हुआ है, बल्कि कृषि क्षेत्र को भी फायदा हुआ है।
उत्तर प्रदेश का भविष्य:
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि उत्तर प्रदेश का भविष्य उज्जवल है। प्रदेश में हो रहे बदलावों से यह स्पष्ट है कि राज्य जल्द ही देश के सबसे प्रमुख औद्योगिक हब के रूप में उभरेगा। प्रदेश में जो निवेश हो रहा है, वह यहां के युवाओं को रोजगार और बेहतर भविष्य प्रदान करेगा।
योगी आदित्यनाथ ने फिक्की कार्यकारिणी के उद्घाटन समारोह में विश्वास जताया कि उत्तर प्रदेश जल्द ही विकास के मामले में देश में शीर्ष स्थान पर होगा और अन्य राज्यों के लिए एक मॉडल बनेगा।
निष्कर्ष:
उत्तर प्रदेश का औद्योगिक और आर्थिक परिदृश्य तेजी से बदल रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार द्वारा किए गए सुधारों और उद्योगों के लिए भूमि के सुरक्षित प्रबंध से राज्य में बड़े निवेश की संभावना पैदा हुई है। इससे न केवल प्रदेश की अर्थव्यवस्था को गति मिलेगी, बल्कि लाखों युवाओं को रोजगार के नए अवसर भी प्राप्त होंगे।
उत्तर प्रदेश का यह विकास मॉडल अन्य राज्यों के लिए एक उदाहरण साबित हो सकता है और आगामी वर्षों में यह राज्य देश की सबसे प्रभावशाली अर्थव्यवस्थाओं में से एक बन सकता है।